अनियमित पत्र श्रृंखला, सीएसडीइ
भेदभाव एवं अलगाव काअध्ययन केंद्र, जेएनयु सितम्बर 2016 से "अनियमित पत्र श्रृंखला" का उदघाटन कर रहा है, जो कि एक नया प्रयोग है जो भेदभाव एवं अलगाव के विभिन्न अंगों पर शोध एवं अकादमिक विचार विमर्श को बढ़ावा देने का मंच प्रदान करता है। यह श्रृंखला यहाँ के फैकल्टी के सदस्यों एवं केंद्र के बाहर के शिक्षकों तथा छात्रों के प्रासंगिक विषयों पर प्रगति पर रहने वाले कार्यों की प्रस्तुति की गोष्ठी बनने का प्रयास है, ना कि प्रकाशित होने के लिए तैयार परिष्कृत कार्यों का स्थान । इस श्रृंखला की रचना भेदभाव एवं अलगाव के विषयों पर नवीन एवं क्रियात्मक शोध का मंच प्रदान करने के लिए की गयी है, जहां लेखकों को शुरूआती प्रसार प्राप्त होता है एवं फीडबैक का विकल्प भी मिलता है । यह प्रासंगिक नीतियों पर वाद विवाद के लिए एक प्रगतिशील गोष्ठी का कार्य करने के लिए भी उपयुक्त है । सीएसडीइ इस श्रृंखला के पहले संस्करण के लिए विशेषज्ञों, शिक्षकों एवं पीएचडी/ पोस्ट डाक्टरल विद्यार्थियों से विभिन्न विषयों पर आवेदन आमंत्रित करता है जो भेदभाव एवं अलगाव की प्रक्रियाओं का चरित्र चित्रण करते हैं ।
लेखक अपने आवेदन इलेक्ट्रॉनिक मार्ग से एमएस वर्ड के प्रारूप में इस श्रृंखला के सम्पादक प्रोफेसर बद्रीनारायण को [email protected] पर या श्रृंखला के सह सम्पादक डॉक्टर कौस्तव बनर्जी को [email protected] पर भेज सकते हैं। शब्द संख्या की कोई सीमा नहीं है, परन्तु लेख की लम्बाई 1200 शब्दों से अधिक नहीं होनी चाहिए । कृपया 300 शब्दों की छोटी ग्रन्थ सूची अपनी सीई के साथ संलग्न करें । हर आवेदन की केंद्र के अन्दर सामूहिक समीक्षा की जाएगी चुने हुए आवेदन सीएसडीइ वेबसाइट पर ऑनलाइन प्रकाशित किए जाएँगे ।